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गुरुवार, 27 दिसंबर 2018

लघुकथा विधा पर हाइकु

स्वर्गीय श्री पारस दासोत ने  लघुकथा विधा पर हाइकु रच कर नए प्रयोग किए थे।  प्रस्तुत है उनके द्वारा कहे गए लघुकथा विधा पर कुछ हाइकु:


लघुकथा में,
है चली कथा, तार
शोर न मचा।
स्याही सोख है
है लघुकथा कथा
, बूँद डाल।
लघुकथा है,
है अपना पैमाना
लघुकथा में।

घटना डूबी
निकली लघुकथा
आइना बन। .

बूँद है कथा
तू ढूंढ ले सागर
है लघुकथा।

है लघुकथा,
तेरी मेरी उसकी
बात की कथा।


करती कथा
लघुकथा घर में
कथा संघर्ष।


पैसा नहीं है
है यह लघुकथा,
इसे न फैला।


निगाहें उठा,
आखों से खूँ बहाना
है लघुकथा।


लघु है कथा
फालतू न लिख तू
शब्द, अक्षर।

प्रयोग  तेरे
है लघुकथा तेरी
तेरी कहानी।

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