द पुरवाई में मेरी दो लघुकथाएँ रावण का चेहरा तथा दंगे की जड़ प्रकाशित हुई हैं।
द पुरवाई पर इन्हें यहाँ क्लिक/टैप कर पढा जा सकता है।
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ये दोनों लघुकथाएं लघुकथा दुनिया पर भी उपलब्ध हैं, निम्न लिंक पर क्लिक / टैप कर यहाँ भी पढ़ सकते हैं।
दशहरा विशेष दो लघुकथाएं | डॉ० चंद्रेश कुमार छतलानी