लघुकथाओं पर आधारित ब्लॉग
अविरामवाणी पर कार्यक्रम 'समकालीन लघुकथा स्वर्ण जयंती पुस्तक चर्चा' में सुश्री आभा सिंह जी के लघुकथा संग्रह 'माटी कहे' पर उमेश महादोषी जी द्वारा चर्चा।