वर्ष 2019 के सरस्वती सम्मान प्रख्यात सिंधी लेखक वासदेव
मोही को दिए जाने की घोषणा की गयी है. उन्हें 29वां सरस्वती सम्मान दिया जायेगा. वासदेव मोही को यह सम्मान
उनके 2012 में प्रकाशित लघुकथा
संग्रह ‘चेकबुक’ के लिए दिया गया है. इस लघुकथा संग्रह में समाज
के हाशिए के तबकों और पीड़ाओं के बारे उन्होंने कविता, कहानी और अनुवाद की 25 किताबें लिखी हैं. उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी
सम्मानित किया जा चुका है.
सरस्वती सम्मान:
एक दृष्टि
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सरस्वती सम्मान
केके बिड़ला फ़ाउंडेशन द्वारा साहित्य के लिए दिया जाने वाला पुरस्कार है. इसकी
शुरूआत 1991 में हुई थी.
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यह सम्मान
प्रतिवर्ष संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज भाषाओं की में प्रकाशित उत्कृष्ट
साहित्यिक कृति को दिया जाता है.
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यह सम्मान दस साल
की अवधि में प्रकाशित किसी श्रेष्ठ कृति को दिया जाता है.
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इस सम्मान के तहत
उन्हें को 15 लाख रुपए,
प्रतीक चिन्ह और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया
जाता है.
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27वां सरस्वती
सम्मान (वर्ष 2017 के लिए) सितांशु
यशचन्द्र को मिला था.
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पहला सरस्वती
सम्मान डा. हरिवंश राय बच्चन को उनकी चार खंडों की आत्मकथा के लिए मिला था.
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अब तक यह सम्मान
विजय तेंदुलकर,पद्मा सचदेव,
गोविन्द मिश्र, सुरजीत पातर, शंख घोष, डा. इंदिरा
पार्थसारथी, सुनील
गंगोपाध्याय और मनोज दास जैसे लेखकों को मिल चुका है.
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वर्ष 2018 का सरस्वती
सम्मान तेलुगू के प्रख्यात कवि डा. के शिवा रेड्डी को दिया गया था
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