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गुरुवार, 1 जुलाई 2021

स्वर्ण जयंती समकालीन लघुकथा प्रतियोगिता-2021: पुरस्कारों की घोषणा

 स्वर्ण जयंती समकालीन लघुकथा के फेसबुक समूह में श्री उमेश महादोषी की पोस्ट

       अविराम साहित्यिकी द्वारा आयोजित ‘स्वर्ण जयंती समकालीन लघुकथा प्रतियोगिता-2021 में लघुकथाकार एवं लघुकथा- दोनों श्रेणियों के पुरस्कारों की घोषणा प्रधान संपादिका श्रीमती मध्यमा गुप्ता की अनुमति से निम्नवत की जाती है- 

01. लघुकथाकार श्रेणी में दोनों लघुकथाओं के प्राप्तांकों के आधार पर पुरस्कार विजेता लघुकथाकार इस प्रकार हैं- 

श्री विरेंदर ‘वीर’ मेहता - प्रथम (रु. 3000/- मात्र) 

डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी - द्वितीय (रु. 2500/- मात्र) 

सुश्री प्रभा मुजुमदार - तृतीय (रु. 2000/- मात्र) 

डॉ. कुमार सम्भव जोशी - चतुर्थ (रु. 1000/- मात्र) एवं 

श्री सदानंद कवीश्वर - पंचम (रु. 1000/- मात्र)। 

(नोट: मूल्यांकन में द्वितीय स्थान पर रही डॉ. संध्या तिवारी संपादन मण्डल की सदस्य होने के कारण नियमानुसार पुरस्कार की पात्र नहीं मानी गयीं। परिणामस्वरूप पुरस्कार-क्रम को आगे बढ़ाया गया है।)


02. इस प्रतियोगिता में व्यक्तिगत लघुकथाओं के मूल्यांकन में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर पुरस्कार विजेता बनी लघुकथाएँ इस प्रकार हैं- 

सुश्री भारती कुमारी की लघुकथा ‘...अब सब ठीक है’ - प्रथम (रु. 3000/- मात्र)

श्री विरेंदर ‘वीर’ मेहता की ‘अंतिम रास्ता’ - द्वितीय (रु. 2500/- मात्र) 

डॉ. कुमार सम्भव जोशी की लघुकथा ‘खाली हाथ’ - तृतीय (रु. 2000/- मात्र) 

सुश्री मीनू खरे की लघुकथा ‘कई मौसमों की स्त्री’ - चतुर्थ (रु. 1000/- मात्र) एवं 

डॉ. संगीता गाँधी की लघुकथा ‘सामयिक संरक्षण’ - पंचम (रु. 1000/- मात्र)।

      सभी विजेता लघुकथाकारों को अविराम साहित्यिकी के संपादन-प्रबंधन परिवार एवं प्रतियोगिता संयोजक की ओर से हार्दिक बधाई। पुरस्कार राशि के वितरण में नियमावली में दिये गए अनुसार समुचित समय पर किया जायेगा। 

      स्वर्ण जयंती समकालीन लघुकथा सम्मान-2021 हेतु नामांकन की प्रक्रिया नियमावली में दिये गए नियमानुसार जुलाई 2021 के अंतिम सप्ताह तक पूरी की जायेगी। 

(उमेश महादोषी : सयोजक, स्वर्ण जयंती समकालीन लघुकथा प्रतियोगिता-2021)

बुधवार, 16 जून 2021

चित्रा मुद्गल की लघुकथा बोहनी | स्वर - नीतू सुदीप्ति 'नित्या' |

 


कुसुमाकर दुबे स्मृति लघुकथा प्रतियोगिता

 फेसबुक समूह साहित्य संवेद से


नमस्कार साथियों,

विदित है कि 'मृगतृष्णा' के लेखक और हमारे अग्रज श्री कुसुमाकर दुबे गत माह अंनत यात्रा पर चले गए। उनकी स्मृति में हम एक लघुकथा प्रतियोगिता आयोजित कर रहे हैं। अनुरोध है कि प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए दिये गये नियमों का पालन करें। प्रतिभागियों से अपेक्षा है कि नवीन व ज्वलंत विषयों पर उनकी लेखनी चले। शिल्प के स्तर पर नयापन का प्रयास हो।


प्रतियोगिता के नियम इस प्रकार हैं:

1. लघुकथा मौलिक, स्वरचित और पूर्णतः अप्रकाशित-अप्रसारित (न केवल पत्र-पत्रिका वरन व्हाट्सएप, वेबसाइट, ब्लॉग और फेसबुक पर भी प्रकाशित न हो) होनी चाहिए।

2.प्रतिभागी अधिकतम  दो रचना  laghukatha.unnati7@gmail.com पर भेज सकते हैं। 

3. भाषायी शुद्धता का ध्यान रखें।

4. विषय में 'कुसुमाकर दुबे स्मृति लघुकथा प्रतियोगिता' अनिवार्य रूप से लिखें। इसके बिना प्रविष्टि स्वीकृत नहीं की जा सकेगी।

5.समय सीमा:10 जुलाई-17 जुलाई 2021। नियत समय से पूर्व और पश्चात भेजी गई प्रविष्टि निरस्त मानी जायेगी।

प्रथम पुरस्कार:1100₹+कुसुमाकर दुबे रचित 'मृगतृष्णा'+ 'सेतु कथ्य से तत्व तक'(सम्पादक:शोभना श्याम एवं मृणाल आशुतोष)

द्वितीय पुरस्कार:500₹+'मृगतृष्णा'+ सेतु कथ्य से तत्व तक 

तृतीय पुरस्कार:'मृगतृष्णा'+'सेतु:कथ्य से तत्व तक'

इसके अतिरिक्त सात अन्य विजेताओं को भी प्रोत्साहन स्वरूप 'मृगतृष्णा' प्रदान की जाएगी।

आप सबसे अनुरोध है कि इस विज्ञप्ति को अपने वाल और समूह में प्रसारित करें ताकि अधिकाधिक लघुकथाकार इस आयोजन का हिस्सा बन सकें।

सधन्यवाद,

कुमार गौरव, दिव्या राकेश शर्मा , पूजा अग्निहोत्री और मृणाल आशुतोष।

बुधवार, 2 दिसंबर 2020

लघुकथा आयोजन 2021

 सभी विज्ञजनों को सप्रेम नमस्कार!

आप सबके स्नेह और सहयोग से #लघुकथा_आयोजन_2020 की सफलता के उपरांत हम #लघुकथा_आयोजन_2021 के साथ आप सबके समक्ष पुनः उपस्थित हो रहे हैं।
साहित्य की अपेक्षाकृत नवीन विधा लघुकथा शीघ्रता से अपने पंख फैलाते हुये व्योम की ऊँचाई को छूने का प्रयास कर रही है। इसमें #लघुकथा के तमाम पुरोधाओं के साथ-साथ सभी समूहों का, सभी लघुकथाप्रेमियों का योगदान है और सभी अपने अपने स्तर से यथासम्भव लघुकथा के उन्नयन हेतु प्रतिबद्ध हैं।
हम(दिव्या राकेश शर्मा, चित्रा राणा राघव, कुमार गौरव, वीरेंद्र वीर मेहता और मैं अर्थात मृणाल आशुतोष) समस्त लघुकथा परिवार की ओर से एक बार पुनः वृहद आयोजन लेकर आप सबके समक्ष प्रस्तुत हैं जिसमें लघुकथा के सभी समूहों की सामुहिक भागीदारी सुनिश्चित हो। इस आयोजन को हमने
#लघुकथा_आयोजन_2021 की संज्ञा दी है।
विदित हो कि आयोजन का लक्ष्य अधिकाधिक लघुकथाप्रेमियों तक पहुँचने का प्रयास है और आयोजन में आयी श्रेष्ठ लघुकथाओं का चयन करना है।
वरिष्ठजनों से निवेदन है कि इस आयोजन का हिस्सा बनें। इससे आयोजन की गरिमा में श्रीवृद्धि होगी।
श्रेष्ठ रचनाओ के चयन हेतु कुछ नियम निर्धारित किये गए हैं जिनका अनुपालन अनिवार्य है।
1.रचना मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित और अप्रसारित होनी चाहिए। सोशल साइट्स, वेबसाइट आदि पर प्रकाशित रचनाएं भी कतई मान्य नहीं होंगी। रचना पूर्व में कहीं भेजी भी नहीं गयी होनी चाहिए। आयोजन में पोस्ट की हुई रचना परिणाम आने तक आयोजन के इतर कहीं न तो पोस्ट की जा सकती है और न ही कहीं पत्र-पत्रिका/वेबसाइट में भेजी जा सकती है। अन्यथा वह रचना आयोजन से बाहर मानी जायेगी और पुरस्कार से वंचित हो जायेगी। रचनाकार परिणाम के पश्चात रचना का उपयोग करने को स्वतंत्र हैं। किन्तु पुरस्कृत रचना पर प्रकाशन का प्रथम अधिकार आयोजन की पुस्तक का होगा। अतः पुरस्कृत रचना प्रकाशन हेतु कहीं भी अन्यत्र न भेजें।
2.आयोजन का #समय भारतीय समयानुसार 15 जनवरी 2021 प्रातः 8 बजे से 31जनवरी 2021 सायं 10 बजे तक रहेगा।
3. एक रचनाकार दो और अधिकतम दो रचना आयोजन में भेज सकते हैं। वे किसी भी समूह में पोस्ट कर सकते हैं। एक समूह में केवल एक ही रचना पोस्ट करने का विकल्प है। दूसरी रचना वह किसी अन्य समूह मे पोस्ट कर सकते हैं। अन्यथा रचनाकार आयोजन से पृथक माने
जाएंगे।
4. रचना के शीर्ष में #लघुकथा_आयोजन_2021,
नाम, शहर का नाम एवम मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित और अप्रसारित अंकित करना नितांत अनिवार्य है। रचना के अंत मे रचनाकाल भी अवश्य लिखें। तिथि याद न हो तो महीने और वर्ष का जिक्र अनिवार्य रूप से हो।
5.रचना पटल पर डालने के पश्चात न तो संपादित(एडिट) और न ही डिलीट की जा सकती है ऐसा करने पर रचनाकार आयोजन से बाहर माने जाएंगे एवम यदि उसकी जगह दूसरी रचना प्रेषित करने का प्रयास किया गया तो आयोजन समिति को रचना स्वीकृत(अप्रूव) न करने एवम डिलिट करने का सम्पूर्ण अधिकार होगा।
6. 1 फरवरी से 10 फरवरी 2021 तक प्रत्येक समूह की एडमिन समिति अपने समूह से श्रेष्ठ रचनाओं(संख्या आने वाली रचनाओं पर निर्भर करती है। तथापि हम 10 में से 1 श्रेष्ठ के चयन के पक्ष में हैं) का चयन कर हमें अर्थात आयोजन मंडल को देगी। समूह से एक लेखक की एक और केवल एक ही रचना का चयन किया जा सकता है। यहाँ समूह के एडमिन की लघुकथा के प्रति प्रतिबद्धता सामने आयेगी।
7. एडमिन अपने समूह में रचना भेजने से वंचित रहेंगे। वह दूसरे समूह में अपनी रचना भेज सकते हैं।
8.जो लेखक किसी भी समूह में सक्रिय नहीं है किंतु इस आयोजन में भाग लेना चाहते हैं तो वह अपने वॉल पर आयोजन के अन्य सभी नियमो का पालन करते हुये आयोजन का हिस्सा बन सकते हैं। इस आयोजन हेतु पोस्ट की गई रचना पर इस आयोजन मंडल के दो सदस्यों को मेंशन जरूर करें।
9. चूँकि सम्पादित करने का विकल्प नहीं है अतः रचनाकारों से सविनय निवेदन है कि रचना पोस्ट करने से पहले नियमावली को ध्यानपूर्वक पढ़े। तदुपरांत ही रचना पोस्ट करें।
10. सभी समूहों से रचनाएं प्राप्त होने के पश्चात रचनाओं को लघुकथा के दो मर्मज्ञों के पास निर्णय हेतु भेजा जायेगा।
11.विनम्र निवेदन है कि नियमावली को गौर से पढ़ें और अंततः नियम का पालन सुनिश्चित करें। पुरस्कृत रचनाओं में नियम का कड़ाई से पालन किया जाएगा।
12. #प्रथम_पुरस्कार-3100 ₹ और मधुदीप निर्देशित #पड़ाव_और_पड़ताल के पांच खण्ड
#द्वितीय_पुरस्कार- 2100₹ और पड़ाव और पड़ताल के चार खण्ड
#तृतीय_पुरस्कार -1100₹ और पड़ाव और पड़ताल के तीन खण्ड
इसके अतिरिक्त सात प्रोत्साहन पुरस्कार होंगे जिसमें पड़ाव और पड़ताल के दो-दो खण्ड
दिए जाएंगे।
पुरस्कार की राशि और संख्या में बढोत्तरी संभव है।
13. सभी समूह के एडमिन्स से विनम्र निवेदन है कि इस आयोजन में सहभागी बनें और अपने आपको इस पोस्ट में टैग समझें। इस पोस्ट को अपने समूह में पोस्ट करें और इसे पिन कर लें। तथा आयोजन के अंतराल में रचनाकारों को रचना पोस्ट करने में मार्गदर्शन करें।
14. सभी साहित्यिक संस्थाओं से आग्रह है कि इस आयोजन में अपनी सहभागिता निश्चित कर लघुकथा के उन्नयन में अपना।योगदान दें।
15. इन नियमों के विरुद्ध जाने पर उत्पन्न वाद-विवाद पर आयोजन मंडल का निर्णय ही अंतिम और सर्वमान्य होगा। इसे किसी भी न्यायालय में चुनौती नहीं दी जा सकेगी।
16.आवश्यकता पड़ने पर नियमावली में परिवर्तन सम्भव है और वह तत्काल प्रभाव से मान्य होंगे।
सभी मित्रों से निवेदन है कि इस पोस्ट को कॉपी पेस्ट कर अपनी वॉल और सभी फेसबुक व व्हाट्सएप समूह पर स्थान दें ताकि अधिकाधिक लघुकथाकार इस आयोजन का हिस्सा बन सकें।
मुख्य पोस्ट का लिंक कम्नेट्स बॉक्स में दे दें।
कोई भी लघुकथाप्रेमी इससे छूटें नहीं, ऐसा प्रयास सुनिश्चित हो।
कोई भी संस्था या व्यक्ति इस आयोजन में सहयोग करना चाहते हैं तो आयोजन मंडल से 91-8010814932(मृणाल आशुतोष) और 7488631138(कुमार गौरव)
सम्पर्क कर सकते हैं। उनका सहर्ष स्वागत है। सहयोगदाताओं का जिक्र आयोजन की आने वाली पुस्तक में किया जाएगा।
◆लघुकथा के परिंदे
◆साहित्य संवेद
◆नया लेखन और नया दस्तखत
◆साहित्य प्रहरी
◆लघुकथा:गागर में सागर
◆सार्थक साहित्य मंच
◆शब्दशः
◆"ज़िन्दगीनामा: लघुकथाओं का सफ़र
◆अनुपम हिन्दी साहित्य
◆चिकीर्षा- ग़ज़ल एवम् लघुकथा को समर्पित एक प्रयास
◆क्षितिज
◆फलक (फेसबुक लघु कथाएं)
◆आधुनिक लघुकथाएँ
◆लघुकथा सृजन - संगम संवेदनाओं का
◆ literature life
◆अंतरा शब्द शक्ति
उपर्युक्त समूहों की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।
इनमे रचनाकार अपनी रचना पोस्ट कर सकते हैं।
नियमावली को एक बार ध्यान से पढ़ लीजिए।
जैसे जैसे अन्य समूहों की स्वीकृति आती जाएगी, साझा की जाएगी ।
■■(साथियो, आयोजन की सफलता के पश्चात लघुकथा आयोजन 2020 की भाँति ही इसे एक पुस्तक का रूप दिया जाएगा। विजेताओं को पुरस्कार एक समारोह में देने का भी विचार है।)
■■■सभी लघुकथा अनुरागी इस पोस्ट पर अपने को टैग समझें।
(शुभंकर रजनीश दीक्षित Rajnish RamUrmila Dixit जी ने बनाई है और टैगलाइन चित्रा राणा राघव की है।)
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सधन्यवाद,
लघुकथा आयोजन समिति
वीरेंदर वीर मेहता
कुमार गौरव
दिव्या राकेश शर्मा
चित्रा राणा राघव
मृणाल आशुतोष