लघुकथाओं पर आधारित ब्लॉग
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लघुकथा में ऐसी शोध की बहुत जरूरत है। विधा को बहुत आगे बढ़ना है और बिना शोध के दौड़ने से गिरने की संभावना रहती है। आपका कार्य स्तुत्य है।
धन्यवाद सर।
लघुकथा लेखन के साथ ही शोध में भी आपका जवाब नहीं। यह शोध अलार्मिंग भी है।
हार्दिक आभार आदरणीय।
श्रमसाध्य कार्य.
नवीन छाजेड़ जी, आदर सहित आभार।
डॉ चंद्रेश, आपने साहित्य और शोध दोनों के उत्थान के लिए महती कार्य किए हैं, साधुवाद अर्पित आपको।
आदरणीया आपका बहुत-बहुत आभार।
लघुकथा में ऐसी शोध की बहुत जरूरत है। विधा को बहुत आगे बढ़ना है और बिना शोध के दौड़ने से गिरने की संभावना रहती है। आपका कार्य स्तुत्य है।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सर।
हटाएंलघुकथा लेखन के साथ ही शोध में भी आपका जवाब नहीं। यह शोध अलार्मिंग भी है।
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार आदरणीय।
हटाएंश्रमसाध्य कार्य.
जवाब देंहटाएंनवीन छाजेड़ जी, आदर सहित आभार।
हटाएंडॉ चंद्रेश, आपने साहित्य और शोध दोनों के उत्थान के लिए महती कार्य किए हैं, साधुवाद अर्पित आपको।
जवाब देंहटाएंआदरणीया आपका बहुत-बहुत आभार।
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