मृणाल आशुतोष जी ने 2019 में आयी लघुकथा पुस्तक/पत्रिकाओं को संग्रह कर वीडियो रूप दिया है। इस सोच को अमली जामा पहनाया है मित्र शोभित गुप्ता जी ने।
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मंगलवार, 7 जनवरी 2020
गुरुवार, 24 अक्टूबर 2019
सांझा लघुकथा संकलन योजना : इक्कीसवीं सदी के प्रतिनिधि लघुकथाकार
(Mrinal Ashutosh) मृणाल आशुतोष जी की फेसबुक पोस्ट
सभी लघुकथाकार मित्र ध्यान दें।
#ink की एक और पहल -
शीर्षक : इक्कीसवीं सदी के प्रतिनिधि लघुकथाकार
देश के सक्रिय एवं शीर्षस्थ लघुकथाकारों से दो वैसी लघुकथाएँ आमंत्रित हैं , जिनके दम पर वे इक्कीसवीं सदी के लघुकथा - लेखन में अपने को मजबूत और उल्लेखनीय समझ रहे हों। कोशिश हो कि सकारात्मक और समाजहित के विषय उठाये जायें। परंतु लघुकथाएँ पुरातन बोधकथाएँ अर्थात् पारंपरिक दृष्टांत मात्र बनकर न रह जायें , उनमें आधुनिक लेखन - शिल्प का उचित समावेश हुआ हो।यह साझा संकलन लघुकथा - लेखन के समकालीन एवं ज्वलंत विषयों को प्रशस्त करने एवं लघुकथा विधा की उपयोगिता व्यक्त करने का महत्त्वाकांक्षी आयोजन है।लघुकथाकार सिर्फ दो चयनित लघुकथाएँ भेजें और उन दोनों लघुकथाओं से संबंधित एक पृष्ठ की रचना - प्रक्रिया भी; ताकि पाठक वैसी परिस्थितियों से जुड़कर लघुकथाएँ पढ़ें कि जिन्होंने लेखक को अभिव्यक्ति के लिए उद्वेलित किया हो।
लघुकथाओं के साथ अपना संक्षिप्त परिचय और फोटोग्राफ ( सिर्फ डिजिटल)भेजें। चयनित लघुकथाकारों की सूची सिर्फ फेसबुक पर जारी की जायेगी। लघुकथाओं में संपादकीय संशोधन हो सकता है। आवश्यक हुआ तो संपादक लेखकों से फोन संपर्क कर सकते हैं।
रचनाएँ ईमेल से यहाँ भेजें :
ashwinikumaralok@gmail.com
ashwinikumaralok@gmail.com
संपादक से इस नं. पर बात हो सकती है :8789335785
Source Post of Facebook:
मंगलवार, 22 अक्टूबर 2019
फेसबुक समूह साहित्य संवेद में लघुकथा प्रतियोगिता
श्री मृणाल आशुतोष द्वारा प्रेषित
नमस्कार साथियों,
आपका अपना समूह साहित्य संवेद साहित्यिक आयोजन के प्रति सतत कटिबद्ध है। अगली कड़ी में लघुकथा प्रतियोगिता का आयोजन 6 -7 नवम्बर 2019 को सुनिश्चित हुआ है। प्रतियोगिता को बेहतर बनाने हेतु कुछ नियम निर्धारित किए हैं। सभी सदस्यों से अनुरोध है कि प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए दिये गये नियमों का पालन करें। प्रतिभागियों से नवीन व ज्वलंत विषयों पर लेखनी चलाने की अपेक्षा रहेगी।
प्रतियोगिता के नियम इस प्रकार हैं:
1. रचना मौलिक, स्वरचित और पूर्णतः अप्रकाशित (न केवल पत्र-पत्रिका वरन व्हाट्सएप और फेसबुक पर भी प्रकाशित न हो) होनी चाहिए।
2. एक प्रतिभागी एक और केवल एक ही रचना प्रतियोगिता में भेज सकते हैं।
3.प्रतियोगिता में भेजी हुई रचना प्रतियोगिता के परिणाम आने तक कहीं और न भेजें और न ही पोस्ट करें। अन्यथा यह पुरस्कार की दौड़ से बाहर मानी जायेगी।
4. भाषा की शुद्धता का ध्यान रखें। रचना भेजने से पहले अशुद्धियों को ठीक कर लें। पोस्ट करने के बाद संपादित (एडिट) करना अमान्य होगा।
5.आप सबसे अनुरोध है कि लघुकथा विधा में अपनी कल्पना को उड़ान दें और अपनी सर्वश्रेष्ठ रचना के साथ इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का हिस्सा बनें।
6. कृपया रचना के शीर्ष में #साहित्य_संवेद_लघुकथाप्रतियोगिता_नवम्बर_2019 अवश्य अंकित करें।
आप सबसे विनम्र निवेदन है कि अपने साथियों की रचनाओं पर अपनी बहुमूल्य समीक्षात्मक टिप्पणी भी जरूर दें। एडमिनगण इस प्रतियोगिता से दूर रहेंगे।
प्रतियोगिता के प्रथम विजेता को श्री योगराज प्रभाकर और श्री रवि प्रभाकर द्वारा संपादित #लघुकथा_कलश_रचना_प्रक्रिया_महाविशेषांक_चतुर्थ_अंक, द्वितीय विजेता को श्री मधुदीप गुप्ता संपादित #पड़ाव_पड़ताल_खण्ड_30 और तृतीय विजेता को श्री राजकुमार निजात रचित #आसपास_की_लघुकथाएँ दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त तीन सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
इस प्रतियोगिता हेतु किसी भी सुझाव का हार्दिक स्वागत है। निस्संकोच अभिव्यक्त करें।
समय सीमा: भारतीय समयानुसार शनिवार 06/11/19 प्रातः 7 बजे से रविवार 07/11/19 सायं 11 बजे तक।
इस अवधि में प्रतियोगिता से इतर अन्य रचना पूर्णतः वर्जित होगी।आशा है कि सभी सदस्यगण इसका विशेष ध्यान रखेंगे।
(आप सब तो प्रतियोगिता में शामिल होंगे ही, साथ में अपने लघुकथाकार मित्रों को भी शामिल होने के लिये प्रेरित करें।)
■■मित्रगण चाहें तो इस पोस्ट को कॉपी पेस्ट कर अपने वाल पर जगह दे सकते हैं ताकि अधिकाधिक लघुकथाकार इस आयोजन में सहभागी बन सकें।
नमस्कार साथियों,
आपका अपना समूह साहित्य संवेद साहित्यिक आयोजन के प्रति सतत कटिबद्ध है। अगली कड़ी में लघुकथा प्रतियोगिता का आयोजन 6 -7 नवम्बर 2019 को सुनिश्चित हुआ है। प्रतियोगिता को बेहतर बनाने हेतु कुछ नियम निर्धारित किए हैं। सभी सदस्यों से अनुरोध है कि प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए दिये गये नियमों का पालन करें। प्रतिभागियों से नवीन व ज्वलंत विषयों पर लेखनी चलाने की अपेक्षा रहेगी।
प्रतियोगिता के नियम इस प्रकार हैं:
1. रचना मौलिक, स्वरचित और पूर्णतः अप्रकाशित (न केवल पत्र-पत्रिका वरन व्हाट्सएप और फेसबुक पर भी प्रकाशित न हो) होनी चाहिए।
2. एक प्रतिभागी एक और केवल एक ही रचना प्रतियोगिता में भेज सकते हैं।
3.प्रतियोगिता में भेजी हुई रचना प्रतियोगिता के परिणाम आने तक कहीं और न भेजें और न ही पोस्ट करें। अन्यथा यह पुरस्कार की दौड़ से बाहर मानी जायेगी।
4. भाषा की शुद्धता का ध्यान रखें। रचना भेजने से पहले अशुद्धियों को ठीक कर लें। पोस्ट करने के बाद संपादित (एडिट) करना अमान्य होगा।
5.आप सबसे अनुरोध है कि लघुकथा विधा में अपनी कल्पना को उड़ान दें और अपनी सर्वश्रेष्ठ रचना के साथ इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का हिस्सा बनें।
6. कृपया रचना के शीर्ष में #साहित्य_संवेद_लघुकथाप्रतियोगिता_नवम्बर_2019 अवश्य अंकित करें।
आप सबसे विनम्र निवेदन है कि अपने साथियों की रचनाओं पर अपनी बहुमूल्य समीक्षात्मक टिप्पणी भी जरूर दें। एडमिनगण इस प्रतियोगिता से दूर रहेंगे।
प्रतियोगिता के प्रथम विजेता को श्री योगराज प्रभाकर और श्री रवि प्रभाकर द्वारा संपादित #लघुकथा_कलश_रचना_प्रक्रिया_महाविशेषांक_चतुर्थ_अंक, द्वितीय विजेता को श्री मधुदीप गुप्ता संपादित #पड़ाव_पड़ताल_खण्ड_30 और तृतीय विजेता को श्री राजकुमार निजात रचित #आसपास_की_लघुकथाएँ दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त तीन सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
इस प्रतियोगिता हेतु किसी भी सुझाव का हार्दिक स्वागत है। निस्संकोच अभिव्यक्त करें।
समय सीमा: भारतीय समयानुसार शनिवार 06/11/19 प्रातः 7 बजे से रविवार 07/11/19 सायं 11 बजे तक।
इस अवधि में प्रतियोगिता से इतर अन्य रचना पूर्णतः वर्जित होगी।आशा है कि सभी सदस्यगण इसका विशेष ध्यान रखेंगे।
(आप सब तो प्रतियोगिता में शामिल होंगे ही, साथ में अपने लघुकथाकार मित्रों को भी शामिल होने के लिये प्रेरित करें।)
■■मित्रगण चाहें तो इस पोस्ट को कॉपी पेस्ट कर अपने वाल पर जगह दे सकते हैं ताकि अधिकाधिक लघुकथाकार इस आयोजन में सहभागी बन सकें।
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