फेसबुक समूह साहित्य संवेद से
नमस्कार साथियों,
विदित है कि 'मृगतृष्णा' के लेखक और हमारे अग्रज श्री कुसुमाकर दुबे गत माह अंनत यात्रा पर चले गए। उनकी स्मृति में हम एक लघुकथा प्रतियोगिता आयोजित कर रहे हैं। अनुरोध है कि प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए दिये गये नियमों का पालन करें। प्रतिभागियों से अपेक्षा है कि नवीन व ज्वलंत विषयों पर उनकी लेखनी चले। शिल्प के स्तर पर नयापन का प्रयास हो।
प्रतियोगिता के नियम इस प्रकार हैं:
1. लघुकथा मौलिक, स्वरचित और पूर्णतः अप्रकाशित-अप्रसारित (न केवल पत्र-पत्रिका वरन व्हाट्सएप, वेबसाइट, ब्लॉग और फेसबुक पर भी प्रकाशित न हो) होनी चाहिए।
2.प्रतिभागी अधिकतम दो रचना laghukatha.unnati7@gmail.com पर भेज सकते हैं।
3. भाषायी शुद्धता का ध्यान रखें।
4. विषय में 'कुसुमाकर दुबे स्मृति लघुकथा प्रतियोगिता' अनिवार्य रूप से लिखें। इसके बिना प्रविष्टि स्वीकृत नहीं की जा सकेगी।
5.समय सीमा:10 जुलाई-17 जुलाई 2021। नियत समय से पूर्व और पश्चात भेजी गई प्रविष्टि निरस्त मानी जायेगी।
प्रथम पुरस्कार:1100₹+कुसुमाकर दुबे रचित 'मृगतृष्णा'+ 'सेतु कथ्य से तत्व तक'(सम्पादक:शोभना श्याम एवं मृणाल आशुतोष)
द्वितीय पुरस्कार:500₹+'मृगतृष्णा'+ सेतु कथ्य से तत्व तक
तृतीय पुरस्कार:'मृगतृष्णा'+'सेतु:कथ्य से तत्व तक'
इसके अतिरिक्त सात अन्य विजेताओं को भी प्रोत्साहन स्वरूप 'मृगतृष्णा' प्रदान की जाएगी।
आप सबसे अनुरोध है कि इस विज्ञप्ति को अपने वाल और समूह में प्रसारित करें ताकि अधिकाधिक लघुकथाकार इस आयोजन का हिस्सा बन सकें।
सधन्यवाद,
कुमार गौरव, दिव्या राकेश शर्मा , पूजा अग्निहोत्री और मृणाल आशुतोष।
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