बुधवार, 22 मई 2019

लघुकथा 1942 | लेखक: शं. ह. देशपांडे | प्रस्तावना: अनन्त अंतरकर

यह पुस्तक उस समय (1942 ई०) की है जब इसकी कीमत 1 रुपया 12 आने थी। लघुकथा का समृद्ध इतिहास बताती यह पुस्तक हालांकि मराठी भाषा में है लेकिन बहुत उपयोगी है।

ऊपर के कुछ पृष्ठ मिसिंग हैं लेकिन बाद में आप पूरा आनंद ले सकते हैं।



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