Bhaskar News Network Apr 28, 2019
सिटी रिपोर्टर | मानस भवन में शनिवार को लघुकथा शोध केंद्र भोपाल की मासिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर साहित्यकार राजेंद्र शर्मा ने कहा कि लघुकथा एक विधा है, शैली नहीं। इसकी भेदन क्षमता ऐसी है जो दिल के आर-पार हो जाती है। इस दौरान अशोक जैन द्वारा संपादित दृष्टि साहित्यिक लघुकथा पत्रिका पर प्रकाश डालते हुए कांता रॉय ने कहा कि यह किताब के रूप में एक पत्रिका है, जो समकालीन लघुकथाकारों का स्वाभावात्मक आलेख प्रस्तुत करती है। मालती बसंत की रचनाएं 45 वर्ष पूर्व इसमें प्रकाशित हो चुकी हैं। तब यह समग्र अंक के रूप में जानी जाती थीं।
Source:
https://www.bhaskar.com/mp/bhopal/news/mp-news-short-story-is-a-genre-not-style-rajendra-sharma-062058-4440222.html
सिटी रिपोर्टर | मानस भवन में शनिवार को लघुकथा शोध केंद्र भोपाल की मासिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर साहित्यकार राजेंद्र शर्मा ने कहा कि लघुकथा एक विधा है, शैली नहीं। इसकी भेदन क्षमता ऐसी है जो दिल के आर-पार हो जाती है। इस दौरान अशोक जैन द्वारा संपादित दृष्टि साहित्यिक लघुकथा पत्रिका पर प्रकाश डालते हुए कांता रॉय ने कहा कि यह किताब के रूप में एक पत्रिका है, जो समकालीन लघुकथाकारों का स्वाभावात्मक आलेख प्रस्तुत करती है। मालती बसंत की रचनाएं 45 वर्ष पूर्व इसमें प्रकाशित हो चुकी हैं। तब यह समग्र अंक के रूप में जानी जाती थीं।
Source:
https://www.bhaskar.com/mp/bhopal/news/mp-news-short-story-is-a-genre-not-style-rajendra-sharma-062058-4440222.html
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (30-04-2019) को "छल-बल के हथियार" (चर्चा अंक-3321) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत-बहुत आभार आदरणीय।
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