लघुकथा दुनिया (Laghukatha Duniya)
लघुकथाओं पर आधारित ब्लॉग
मंगलवार, 8 अक्टूबर 2024
वैश्विक सरोकार की लघुकथाएं । भाग 2 । भूख पर लघुकथा सर्जन
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आदरणीय मित्रों, वैश्विक मुद्दों पर लघुकथा सर्जन में, हमें वैश्विक मुद्दों को तलाशना आवश्यक है। ईश्वर भूखा जगाता है लेकिन भूखा सुलाता नहीं, य...
रविवार, 29 सितंबर 2024
पुस्तक समीक्षा । घरों को ढोते लोग । समीक्षक-रमाकांत चौधरी
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गहन भावपूर्ण कृति : घरों को ढोते लोग (पुस्तक समीक्षा) समीक्षक-रमाकांत चौधरी जहाँ एक ओर सब कुछ मोबाइल पर सर्च करने की आदत ने पुस्तकों ...
2 टिप्पणियां:
रविवार, 15 सितंबर 2024
लघुकथाओं में वैश्विक मुद्दों की आवश्यकता । भाग 1
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नेतराम भारती जी के महती कार्य " लघुकथा: चिंतन और चुनौतियां " में एक प्रश्न " लघुकथा के ऐसे कौन-से क्षेत्र हैं जिन्हें देखकर आ...
शुक्रवार, 13 सितंबर 2024
पुस्तक समीक्षा । घरों को ढोते लोग । समीक्षक- देवेन्द्रराज सुथार
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श्रमजीवी वर्ग की व्यथा-कथा लेकर आये सौरभ (पुस्तक समीक्षा) साहित्य समाज का आईना होता है और कई बार यह आईना हमें वह चेहरे दिखाता है, जिन्हे...
रविवार, 4 अगस्त 2024
पुस्तक समीक्षा। ब्रीफकेस। नेतराम भारती
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नेल्सन मंडेला ने कहा था कि, "यदि आप किसी व्यक्ति से उस भाषा में बात करते हैं जो वो समझता है तो बात उसके दिमाग में जाती है, लेकिन यदि ...
7 टिप्पणियां:
मंगलवार, 30 जुलाई 2024
लघुकथा चर्चा | लघुकथा में लघुता का अनुशासन और उसके रोचक/रुचिकर/प्रभावी होने में अंतर्संबंध
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आदरणीय साथियों, लघुकथाओं के सन्दर्भ में कई ऐसी रचनाएं पढ़ी हैं, जिनमें लघुकथाकारों ने लघुता (ना एक शब्द ज़्यादा ना एक शब्द कम) के अनुशासन को भ...
3 टिप्पणियां:
रविवार, 28 जुलाई 2024
पुस्तक समीक्षा । बिखरती सद्भावनाओं को समेटती लघुकथाएं । शिव सिंह 'सागर'
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लघुकथा की दुनिया में सुरेश सौरभ पुराना और प्रतिष्ठित नाम है। मुझे इन दिनों उनके संपादन में संपादित लघुकथा का साझा संग्रह 'मन का फेर'...
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