लघुकथा दुनिया (Laghukatha Duniya)
लघुकथाओं पर आधारित ब्लॉग
शनिवार, 10 फ़रवरी 2018
मैं पानी हूँ (लघुकथा)
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"क्या... समझ रखा है... मुझे? मर्द हूँ... इसलिए नीट पीता हूँ... मरद हूँ... मुरद...आ" ऐसे ही बड़बड़ाते हुए वह सो गया. रोज़ की तरह ही ...
मंगलवार, 6 फ़रवरी 2018
शह की संतान (लघुकथा)
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तेज़ चाल से चलते हुए काउंसलर और डॉक्टर दोनों ही लगभग एक साथ बाल सुधारगृह के कमरे में पहुंचे। वहां एक कोने में अकेला खड़ा वह लड़का दीवार थाम...
बुधवार, 20 दिसंबर 2017
वैध बूचड़खाना (लघुकथा)
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सड़क पर एक लड़के को रोटी हाथ में लेकर आते देख अलग-अलग तरफ खड़ीं वे दोनों उसकी तरफ भागीं। दोनों ही समझ रही थीं कि भोजन उनके लिए आया है। कम उम्...
4 टिप्पणियां:
रविवार, 10 दिसंबर 2017
विरोध का सच (लघुकथा)
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"अंग्रेजी नववर्ष नहीं मनेगा....देश का धर्म नहीं बदलेगा..." जुलूस पूरे जोश में था। देखते ही मालूम हो रहा था कि उनका उद्देश्य देशप्...
3 टिप्पणियां:
शनिवार, 9 दिसंबर 2017
एक गिलास पानी (लघुकथा)
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उस सरकारी कार्यालय में लंबी लाइन लगी हुई थी। खिड़की पर जो क्लर्क बैठा हुआ था , वह तल्ख़ मिजाज़ का था और सभी से तेज़ स्वर में बात कर रहा था...
22 टिप्पणियां:
बुधवार, 22 नवंबर 2017
लघुकथा@Wikipedia
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लघुकथा मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से लघुकथा का मतलब छोटी कहानी से नहीं है, छोटी कहानी लघु कथा होती है जिसमें लघु और कथा के बीच ...
शनिवार, 21 अक्टूबर 2017
सब्ज़ी मेकर (लघुकथा)
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आज भाई दूज पर्व पर लघुकथा इस दीपावली वह पहली बार अकेली खाना बना रही थी। सब्ज़ी बिगड़ जाने के डर से मध्यम आंच पर कड़ाही में रखे तेल क...
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